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#यादें
यादें - *अपनो की यादें* खुशबू की तरह होती हैं * *चाहे कितनी भी* *खिड़की दरवाजे बन्द कर लो* के झोंके के साथ* *adl' * अन्दर आ ही जाती है सूप्रभात *अपनो की यादें* खुशबू की तरह होती हैं * *चाहे कितनी भी* *खिड़की दरवाजे बन्द कर लो* के झोंके के साथ* *adl' * अन्दर आ ही जाती है सूप्रभात - ShareChat

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