भोजपुरी छठ युगल गीत- अरघीया के हो बेर।
नायिका _ कहवा से ले अइबा सईया मटिया के कलसवा।
होला बड़ा अरघीया के हो बेर।
कहवा से ले अइबा सइयां बंसवा के सुपवा ।
होला बड़ा अरघीया के हो बेर।
नायक_ कोहरा से ले आइब धनिया मटिया के कलसवा।
होई ना तनी अरघीया के हो बर।
डोमवा घरे ले आइब धनिया बंसवा के सुपवा।
होई ना तनी अरघीया के हो देर ।
नायिका_ कहवा से ले अइबा सइयां फुलवा के मलवा।
होला बड़ा अरघीया के हो बेर।
के हो पहुंचाई सइयां छठ घाट दउरवा,
होला बड़ा अरघीया के हो बेर।
नायक _ मलिया से ले आइब धनिया फुलवा के मलवा।
होई ना तनी अरघीया के हो देर।
मथवा पर दउरवा धइले धनिया पहुंचाईब छठ घटवा।
होई ना तनी अरघीया के हो बेर।
नायिका _ देवर दुलरू बना ना कहरिया ले ला उखिया बहांगिया।
पियर धोती पहिन पिया चला संगवा छठ घटवा।
होला बड़ा अरघीया के हो बेर।
गीतकार
श्याम कुंवर भारती (राजभर)
बोकारो, झारखंड
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