ShareChat
click to see wallet page
#😒दर्द भरी शायरी🌸
😒दर्द भरी शायरी🌸 - "जरूरी नही जीने के लिए सहारा हो, जरूरी नही जिसे हम अपना माने चो हमारा हो। में डूब  करती हैं कई कस्तियां बीच भबर जाया जरूरी नही हर कस्ती को किनारा हो।।" "जरूरी नही जीने के लिए सहारा हो, जरूरी नही जिसे हम अपना माने चो हमारा हो। में डूब  करती हैं कई कस्तियां बीच भबर जाया जरूरी नही हर कस्ती को किनारा हो।।" - ShareChat

More like this