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#writer #🥰Express Emotion #Truth of life ##poetry #💞Heart touching शायरी✍️
writer - लड़कपन का इश्क़ इश्क़ निभाना आता नहीं था..ः दिल लगाए थे हमने .. एकनदूसरे को समझना आता नहीं था... हज़ार सपने सजाए थे हमने लड़कपन  लड़कपन में प्यार किया था हमने प्यार भरी बातें भरी बाज़ार किया था हम हमें पता नहीं था.ः कि नज़र लग जाएगी...  সীয দ্িং वो किसी और के हाथ चली जाएगी॰ निभाना आता नहीं था..ः  इश्क दिल लगाए थे हमने .. खिलौनों से खेलने की उम्र में.. दिल हाथों पर बनाए थे हमने. दिन को रात कहने लगे थे॰ एक॰दूसरे के ख्वाबों में बसने लगे थे॰ इश्क़ निभाना आता नहीं था.॰ः  दिल लगाए थे हमने... लड़ते थे हम...  (9' झगड़ते थे हम... रूठते थेः एक॰दूसरे को मनाते थे हम... और चाहे जितना भी हो ग़म.  को देख कर थे हम..  दूसरे TgT एकन साथ में तसवीरें बनाते थे हम॰.: यादें॰.. जो आज भी दिल में ज़िंदा हैं. इश्क़ था.॰. पर समझ कम थी॰.ः पर जज़्बात गहरे थे... मासूम थे लड़कपन का इश्क़ इश्क़ निभाना आता नहीं था..ः दिल लगाए थे हमने .. एकनदूसरे को समझना आता नहीं था... हज़ार सपने सजाए थे हमने लड़कपन  लड़कपन में प्यार किया था हमने प्यार भरी बातें भरी बाज़ार किया था हम हमें पता नहीं था.ः कि नज़र लग जाएगी...  সীয দ্িং वो किसी और के हाथ चली जाएगी॰ निभाना आता नहीं था..ः  इश्क दिल लगाए थे हमने .. खिलौनों से खेलने की उम्र में.. दिल हाथों पर बनाए थे हमने. दिन को रात कहने लगे थे॰ एक॰दूसरे के ख्वाबों में बसने लगे थे॰ इश्क़ निभाना आता नहीं था.॰ः  दिल लगाए थे हमने... लड़ते थे हम...  (9' झगड़ते थे हम... रूठते थेः एक॰दूसरे को मनाते थे हम... और चाहे जितना भी हो ग़म.  को देख कर थे हम..  दूसरे TgT एकन साथ में तसवीरें बनाते थे हम॰.: यादें॰.. जो आज भी दिल में ज़िंदा हैं. इश्क़ था.॰. पर समझ कम थी॰.ः पर जज़्बात गहरे थे... मासूम थे - ShareChat

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