ShareChat
click to see wallet page
गज़ल फना बुलंदशहरी #✒ शायरी
✒ शायरी - "যাড়াল" दुनिया के हर ख़याल से बेगाना कर दिया हुस्न ख़याल ्यार ने दीवाना कर दिया तू ने कमाल जल्वा ए-्जानाना कर दिया बुलबुल को फूल शम्अ' को परवाना कर दिया मशरब नहीं ये मेरा कि पूजूँ बुतों को मैं शौक़ एन्तलब ने दिल को सनम ख़ाना कर Rr उन की निगाह एन्मस्त के क़ुर्बान जाइए मेरे जुनूँ को हासिल ए॰्मय ख़ाना कर दिया ठुकराए या क़ुबूल करे उस की बात है हम ने तो पेश जान का नज़राना कर दिया तेरे ख़िराम एन्नाज़ पे क़ुर्बान जिंदगी नक़्श ए॰क़दम को रौनक़ ए॰वीराना कर दिया मैख़ाना ए-अलस्त का वो रिंद हूँ 'फ़ना' जिस पर निगाह डाल दी मस्ताना कर दिया (फना बुलंदशहरी) App Want Motivational Videos "যাড়াল" दुनिया के हर ख़याल से बेगाना कर दिया हुस्न ख़याल ्यार ने दीवाना कर दिया तू ने कमाल जल्वा ए-्जानाना कर दिया बुलबुल को फूल शम्अ' को परवाना कर दिया मशरब नहीं ये मेरा कि पूजूँ बुतों को मैं शौक़ एन्तलब ने दिल को सनम ख़ाना कर Rr उन की निगाह एन्मस्त के क़ुर्बान जाइए मेरे जुनूँ को हासिल ए॰्मय ख़ाना कर दिया ठुकराए या क़ुबूल करे उस की बात है हम ने तो पेश जान का नज़राना कर दिया तेरे ख़िराम एन्नाज़ पे क़ुर्बान जिंदगी नक़्श ए॰क़दम को रौनक़ ए॰वीराना कर दिया मैख़ाना ए-अलस्त का वो रिंद हूँ 'फ़ना' जिस पर निगाह डाल दी मस्ताना कर दिया (फना बुलंदशहरी) App Want Motivational Videos - ShareChat

More like this