ShareChat
click to see wallet page
#☝आज का ज्ञान #✍ आदर्श कोट्स #☝अनमोल ज्ञान #🌸 सत्य वचन #🌸पॉजिटिव मंत्र
☝आज का ज्ञान - शध शध आत्महित तथा परहित में लगा हुआ आदमी, आदमी है। और  से दूर-दूर " रहने वाला अमानव है। मानवता  जम्हाई से ग्रसित है जो आलस्य, निद्रा और वह दुःख क्लेश का भाजन होता है।  कुछ भी होना या बनना राग की जननी है। राग किसी भी पदार्थ, पद या विषय के प्रति व्यामोह उत्पन्न करता है। निर्मूलन संभावित सत्य है।  इसका पाप के बाप का ही नाम लोभ है। मोह ना तो अज्ञान है और ना ही पाप है बल्क यह एक नशा है जो उतर सकता है। शध शध आत्महित तथा परहित में लगा हुआ आदमी, आदमी है। और  से दूर-दूर " रहने वाला अमानव है। मानवता  जम्हाई से ग्रसित है जो आलस्य, निद्रा और वह दुःख क्लेश का भाजन होता है।  कुछ भी होना या बनना राग की जननी है। राग किसी भी पदार्थ, पद या विषय के प्रति व्यामोह उत्पन्न करता है। निर्मूलन संभावित सत्य है।  इसका पाप के बाप का ही नाम लोभ है। मोह ना तो अज्ञान है और ना ही पाप है बल्क यह एक नशा है जो उतर सकता है। - ShareChat

More like this