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#✍️ अनसुनी शायरी
✍️ अनसुनी शायरी - वक्त का पहिया कभी भी घूम सकता है पार्थ खुश रहो, तुम्हें वहीं ले जा सकता है जहां तुम जाना चाहते हो..!! वक्त Sanala2.Oal 93 वक्त का पहिया कभी भी घूम सकता है पार्थ खुश रहो, तुम्हें वहीं ले जा सकता है जहां तुम जाना चाहते हो..!! वक्त Sanala2.Oal 93 - ShareChat

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