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#✡️ज्योतिष समाधान 🌟
✡️ज्योतिष समाधान 🌟 - जान लो पूजा के नियम १. दोपहर १२:०० बजे से ४:०० बजे तक कोई पूजन पाठ नहीं होता क्योंकि इसका कोई लाभ नहीं मिलता। २. रात को आरती करने के बाद भगवान सोने चले जाते हैं ऐसे में पूजा नहीं करनी चाहिए होते हैं। इससे भगवान சி 3.ঘ২ ম তন্স ক্ী যম্রা নী ম্িব ম ২ত্রী পুতা ক্রী के हाथ नहीं लगाना चाहिए जब तक मूर्तियों सूतक नहीं हटता।  ஸ करते समय पंचदेव की पूजा 4. ঘ২ আাটিতI  अवश्य करनी विष्णु, ५. पंचदेव- गणेश, शिव, दुर्गा और सूखा ग इनके बिना पूजा अधूरी है। लिए छोटी उंगली ६. भगवान को टिका लगाने के के पास वाली उंगली का ही इस्तमाल करें। ७. पूजा के बाद आरती हमेशा खड़े होकर ही कर। 8.पूजा के बाद जल दीपक पर घुमाए और सारी पे जगह छिडके। ९.पूजा समाप्त करके अपने आसन के नीचे थोफा  जल छिड़के और माथे से लगाते हुए ओम इंद्राय  नमः जरूर बोले। १० पूरी पूजा संपन्न करके भगवान से क्षमा  अवश्य करें। जान लो पूजा के नियम १. दोपहर १२:०० बजे से ४:०० बजे तक कोई पूजन पाठ नहीं होता क्योंकि इसका कोई लाभ नहीं मिलता। २. रात को आरती करने के बाद भगवान सोने चले जाते हैं ऐसे में पूजा नहीं करनी चाहिए होते हैं। इससे भगवान சி 3.ঘ২ ম তন্স ক্ী যম্রা নী ম্িব ম ২ত্রী পুতা ক্রী के हाथ नहीं लगाना चाहिए जब तक मूर्तियों सूतक नहीं हटता।  ஸ करते समय पंचदेव की पूजा 4. ঘ২ আাটিতI  अवश्य करनी विष्णु, ५. पंचदेव- गणेश, शिव, दुर्गा और सूखा ग इनके बिना पूजा अधूरी है। लिए छोटी उंगली ६. भगवान को टिका लगाने के के पास वाली उंगली का ही इस्तमाल करें। ७. पूजा के बाद आरती हमेशा खड़े होकर ही कर। 8.पूजा के बाद जल दीपक पर घुमाए और सारी पे जगह छिडके। ९.पूजा समाप्त करके अपने आसन के नीचे थोफा  जल छिड़के और माथे से लगाते हुए ओम इंद्राय  नमः जरूर बोले। १० पूरी पूजा संपन्न करके भगवान से क्षमा  अवश्य करें। - ShareChat

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