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#Bible Study #Is kaynat ka maalik yeshu mashi #🕊️Jesus is Lord #WORD OF GOD ✝️ #🙏🌈Bible study chat room 🌀🌈
Bible Study - ODaily Bread जीवन ही को चुन ले qA ने आदम को आज्ञा देते समय केवल भले बुरे के ज्ञान के वृक्ष का फल खाने के लिए मना किया था... (उत्पत्ति २:१६ १७) के वृक्ष 1 मतलब उसे जीवन का फल खाने के लिए मना नहीं किया थाः परंतु आदम हव्वा ने वह फल नहीं खाया बल्कि मना किया गया फल ही खाया। जब मनुष्य आँखों की लालसा से चलता है, तो उसे आत्मिक चीजें दिखाई नहीं देती है। इसलिए परमेश्वर हमें चेतावनी देता रहा है कि देख मैंने जीवन और सुख, मृत्यु और दुःख  तू अपने परमेश्वर से प्रेम रख और उसीके को तेरे सामने रखा है॰ मार्ग पर चल और जीवन ही को चुन ले ताकि तू और तेरी संतान  जिवित रहे (व्यवस्थाविवरण ३०ः१ ५ १९)१ यह जीवन और सुख  सार्वकालिक जीवन है, जो हमें येशू मसीह के द्वारा ही मिलता है तथा मृत्यु और दुःख इस नश्वर संसार में हैः क्योंकि पाप के कारण  में मृत्यु ने प्रवेश किया है और येशूने कभी नहीं कहा कि इस जगत तुम्हें जीवन देगा , उसने कहा कि इस संसार में तुम्हें यह संसार क्लेश होंगे। किन्तु मनुष्य इस संसार को ही जीवन समझ लेता है अपनी पूरी ज़िन्दगी लगा देता  लिए  और उसकी नश्वर चीजें पाने के है। इसलिए येशू ने कहा था कि चौकस रहो और हर प्रकार के लोभ से बचे रहो; क्योंकि किसी का जीवन उस की संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता (लूका १२:१३ १५)| जीवन और शांति सिर्फ प्रभू येशू के पास ही है (युहन्ना 3:16,14:27,16:33)1 ODaily Bread जीवन ही को चुन ले qA ने आदम को आज्ञा देते समय केवल भले बुरे के ज्ञान के वृक्ष का फल खाने के लिए मना किया था... (उत्पत्ति २:१६ १७) के वृक्ष 1 मतलब उसे जीवन का फल खाने के लिए मना नहीं किया थाः परंतु आदम हव्वा ने वह फल नहीं खाया बल्कि मना किया गया फल ही खाया। जब मनुष्य आँखों की लालसा से चलता है, तो उसे आत्मिक चीजें दिखाई नहीं देती है। इसलिए परमेश्वर हमें चेतावनी देता रहा है कि देख मैंने जीवन और सुख, मृत्यु और दुःख  तू अपने परमेश्वर से प्रेम रख और उसीके को तेरे सामने रखा है॰ मार्ग पर चल और जीवन ही को चुन ले ताकि तू और तेरी संतान  जिवित रहे (व्यवस्थाविवरण ३०ः१ ५ १९)१ यह जीवन और सुख  सार्वकालिक जीवन है, जो हमें येशू मसीह के द्वारा ही मिलता है तथा मृत्यु और दुःख इस नश्वर संसार में हैः क्योंकि पाप के कारण  में मृत्यु ने प्रवेश किया है और येशूने कभी नहीं कहा कि इस जगत तुम्हें जीवन देगा , उसने कहा कि इस संसार में तुम्हें यह संसार क्लेश होंगे। किन्तु मनुष्य इस संसार को ही जीवन समझ लेता है अपनी पूरी ज़िन्दगी लगा देता  लिए  और उसकी नश्वर चीजें पाने के है। इसलिए येशू ने कहा था कि चौकस रहो और हर प्रकार के लोभ से बचे रहो; क्योंकि किसी का जीवन उस की संपत्ति की बहुतायत से नहीं होता (लूका १२:१३ १५)| जीवन और शांति सिर्फ प्रभू येशू के पास ही है (युहन्ना 3:16,14:27,16:33)1 - ShareChat

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