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#news #वायरल न्यूज
news - ত্িঃ্ন্ধ बने बीएलओ , डिजिटल बोर्ड ही अब पढ़़ाई का सहारा एक महीने में भरवाने हैं हजारों एसआईआर फॉर्म , पढ़ाई व्यवस्था चरमराई संवाद न्यूज एजेंसी लIइव लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों पर निर्वाचन आयोग ने बीएलओ की अतिरिक्त जिम्मेदारी डाल दी है। हर बीएलओ को एक महीने के भीतर करीब एक हजार एसआईआर फॉर्म भरवाकर जमा करने हैं। इस ड्यूटी के चलते शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। अधिकतर स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई केवल डिजिटल बोर्ड तक सिमट गई है। वहीं बिजली न होने पर बच्चे पूरा दिन सिर्फ रिवीजन करते हैं। बीएसए के निर्देश के अनुसार बीएलओ डिजिटल बोर्ड पर शिक्षा ग्रहण करते उदयगंज प्राथमिक विद्यालय के बच्चे। स्वयं ड्यूटी के साथ शिक्षकों को प्रतिदिन एक घंटे की कक्षा भी लेनी है लेकिन व्यावहारिक स्थिति पढ़ाई नहीं, बस रिवीजन एलईडी पर कहानी कविता में अलग है।एक साथ दो मोर्चों को संभालना ही रिवीजन ही कट रहा वक्त मुश्किल होे रहा है और इसका सीधा असर प्राथमिक विद्यालय छितवापुर में दो बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। उदयगंज उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा आठ तक नियमित शिक्षक हैं जिनमें से एक पढ़ाई होती है। यहां ७२ बच्चों पर केवल दो शिक्षक  हैं | इनमें से एक बोएलओ ड्यूटी में बोएलओ बना दिए गए निर्वाचन आयोग के आदेश के 52 రగా-1 स्कूल में तो मौजूद हैं हैं। रोज एक घंटा व्यस्त हैं अनुसार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई 0గ लेकिन फॉर्म भरवाने में ही सुबह से शाम पढ़ाने का निर्देश होने गई है। बच्चों को शिक्षा प्रभावित न निकल जाती है | नतीजतन तोन से चार कक्षाओं के के बावजूद शिक्षक समय नहीं दे हाे इसके लिए अतरिक्त कक्षाएं पाते। ऐसे में बच्चों का पूरा दिन बच्चों को एक साथ बैठाकर डिजिटल बोर्ड के जरिये लेकर लेकर कोर्स पूरा कराया जाएगा।  राजेश कविता सुनाई जा रही है। रिवीजन में ही बीत जाता है। ক্ঙ্কানী कुमार, बीईओ मुख्यालय ত্িঃ্ন্ধ बने बीएलओ , डिजिटल बोर्ड ही अब पढ़़ाई का सहारा एक महीने में भरवाने हैं हजारों एसआईआर फॉर्म , पढ़ाई व्यवस्था चरमराई संवाद न्यूज एजेंसी लIइव लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों पर निर्वाचन आयोग ने बीएलओ की अतिरिक्त जिम्मेदारी डाल दी है। हर बीएलओ को एक महीने के भीतर करीब एक हजार एसआईआर फॉर्म भरवाकर जमा करने हैं। इस ड्यूटी के चलते शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। अधिकतर स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई केवल डिजिटल बोर्ड तक सिमट गई है। वहीं बिजली न होने पर बच्चे पूरा दिन सिर्फ रिवीजन करते हैं। बीएसए के निर्देश के अनुसार बीएलओ डिजिटल बोर्ड पर शिक्षा ग्रहण करते उदयगंज प्राथमिक विद्यालय के बच्चे। स्वयं ड्यूटी के साथ शिक्षकों को प्रतिदिन एक घंटे की कक्षा भी लेनी है लेकिन व्यावहारिक स्थिति पढ़ाई नहीं, बस रिवीजन एलईडी पर कहानी कविता में अलग है।एक साथ दो मोर्चों को संभालना ही रिवीजन ही कट रहा वक्त मुश्किल होे रहा है और इसका सीधा असर प्राथमिक विद्यालय छितवापुर में दो बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। उदयगंज उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा आठ तक नियमित शिक्षक हैं जिनमें से एक पढ़ाई होती है। यहां ७२ बच्चों पर केवल दो शिक्षक  हैं | इनमें से एक बोएलओ ड्यूटी में बोएलओ बना दिए गए निर्वाचन आयोग के आदेश के 52 రగా-1 स्कूल में तो मौजूद हैं हैं। रोज एक घंटा व्यस्त हैं अनुसार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई 0గ लेकिन फॉर्म भरवाने में ही सुबह से शाम पढ़ाने का निर्देश होने गई है। बच्चों को शिक्षा प्रभावित न निकल जाती है | नतीजतन तोन से चार कक्षाओं के के बावजूद शिक्षक समय नहीं दे हाे इसके लिए अतरिक्त कक्षाएं पाते। ऐसे में बच्चों का पूरा दिन बच्चों को एक साथ बैठाकर डिजिटल बोर्ड के जरिये लेकर लेकर कोर्स पूरा कराया जाएगा।  राजेश कविता सुनाई जा रही है। रिवीजन में ही बीत जाता है। ক্ঙ্কানী कुमार, बीईओ मुख्यालय - ShareChat

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