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#❤️Love You ज़िंदगी ❤️ #विजय पाल #📓 हिंदी साहित्य #✍प्रेमचंद की कहानियां #✍️ साहित्य एवं शायरी
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - हिन्दवी hindwiorg 66 जिससे प्रेम हो गया, उससे द्वेष नहीं हो सकता , चाहे वह हमारे साथ कितना ही अन्याय क्यों न करे। जहाँ प्रेमिका प्रेमी के हाथों क़त्ल हो, वहाँ समझ लीजिए कि प्रेम न था, केवल विषय -्लालसा थी| TG प्रम हिन्दवी hindwiorg 66 जिससे प्रेम हो गया, उससे द्वेष नहीं हो सकता , चाहे वह हमारे साथ कितना ही अन्याय क्यों न करे। जहाँ प्रेमिका प्रेमी के हाथों क़त्ल हो, वहाँ समझ लीजिए कि प्रेम न था, केवल विषय -्लालसा थी| TG प्रम - ShareChat

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