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#जीवन कि कड़वी सच्चाई
जीवन कि कड़वी सच्चाई - सुंदरता हो न हो, सादगी होनी चाहिए। खुशबू हो न हो, महक होनी चाहिए। रिश्ता हो न हो, भावना होनी चाहिए। मुलाकात हो न हो, बात होनी चाहिए। यूँ तो उलझे हैं सभी अपनी उलझनों में सुलझाने की कोशिश हमेशा होनी पर चाहिए। सुंदरता हो न हो, सादगी होनी चाहिए। खुशबू हो न हो, महक होनी चाहिए। रिश्ता हो न हो, भावना होनी चाहिए। मुलाकात हो न हो, बात होनी चाहिए। यूँ तो उलझे हैं सभी अपनी उलझनों में सुलझाने की कोशिश हमेशा होनी पर चाहिए। - ShareChat

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