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#satnam waheguru
satnam waheguru - अशुा धन धनश्री गुरुरामदासजी 641 41   सतिगुर सोरठि महला ५ घरु २ असटपदीआ ٩3 प्रसादि II पाठु पड़िओ अरु बेदु बीचारिओ निवलि संगु न छुटकिओ साधे Il पंच जना सिउ भुअंगम अह्मबुधि बाधे II१II अधिक धर्म पुस्तकों को) अर्थः हे भाई!़ कोई मनुष्य वेद (आदि पढ़ता है और विचारता है। कोई मनुष्य निवली कर्म करता है, कोई कुण्डलनी नाड़ी के रास्ते प्राण चढ़ाता है। (पर इन साधनों  से कामादिक) पाँचों से खतम नहीं हो সাথ सकता। (बल्कि) ज्यादा अहंकार में (मनुष्य) बंध जाता है 1/ मिलणु न जाई मै कीए करम fq3m 5 ffq परिओ सुआमी कै दीजै बुधि हारि ব্ুঙসাই अनेका Il बिबेका Il रहाउ।l अर्थः हे भाई१ मेरे देखते हुए ही लोग अनेक ही (निहित हुए धार्मिक) कर्म करते हैं, पर इन तरीकों से परमात्मा  में जुड़ा  नहीं जा सकता। हे भाई!़ मैं तो इन कर्मों का चरणों आसरा छोड़ के मालिक प्रभु के दर पर आ गिरा हूँ (और प्रार्थना करता रहता हूँ - हे प्रभु! मुझे भलाई কী) बुराई परख कर सकने वाली अक्ल दे। रहाउ। अशुा धन धनश्री गुरुरामदासजी 641 41   सतिगुर सोरठि महला ५ घरु २ असटपदीआ ٩3 प्रसादि II पाठु पड़िओ अरु बेदु बीचारिओ निवलि संगु न छुटकिओ साधे Il पंच जना सिउ भुअंगम अह्मबुधि बाधे II१II अधिक धर्म पुस्तकों को) अर्थः हे भाई!़ कोई मनुष्य वेद (आदि पढ़ता है और विचारता है। कोई मनुष्य निवली कर्म करता है, कोई कुण्डलनी नाड़ी के रास्ते प्राण चढ़ाता है। (पर इन साधनों  से कामादिक) पाँचों से खतम नहीं हो সাথ सकता। (बल्कि) ज्यादा अहंकार में (मनुष्य) बंध जाता है 1/ मिलणु न जाई मै कीए करम fq3m 5 ffq परिओ सुआमी कै दीजै बुधि हारि ব্ুঙসাই अनेका Il बिबेका Il रहाउ।l अर्थः हे भाई१ मेरे देखते हुए ही लोग अनेक ही (निहित हुए धार्मिक) कर्म करते हैं, पर इन तरीकों से परमात्मा  में जुड़ा  नहीं जा सकता। हे भाई!़ मैं तो इन कर्मों का चरणों आसरा छोड़ के मालिक प्रभु के दर पर आ गिरा हूँ (और प्रार्थना करता रहता हूँ - हे प्रभु! मुझे भलाई কী) बुराई परख कर सकने वाली अक्ल दे। रहाउ। - ShareChat

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