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#anmol vachan
anmol vachan - वृक्ष कभी इस बात पर च्यथितसह होता कि उसने कितने पुष्प ख दिए ಹಚತು बह सदैव नए फूलों व्यस्त रहता   है। जीबन में कितना कुछ खो गया, इस पीडा़ को भूल कर, क्य नया कर सकते हैं, इसी में जीवन की सार्थकता है ! దౌళ वृक्ष कभी इस बात पर च्यथितसह होता कि उसने कितने पुष्प ख दिए ಹಚತು बह सदैव नए फूलों व्यस्त रहता   है। जीबन में कितना कुछ खो गया, इस पीडा़ को भूल कर, क्य नया कर सकते हैं, इसी में जीवन की सार्थकता है ! దౌళ - ShareChat

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