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#☝आज का ज्ञान #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #💫ध्यान के मंत्र🧘‍♂️ #🙏राम राम जी #🕉️सनातन धर्म🚩
☝आज का ज्ञान - {9|>[ @ರಚ್ತೇ १ गायत्री मंत्र २ महादेव ३. श्री गणेश ३० भूर्भुवः स्वः  ३० न्र्यम्यक यजामह  वक्रतुण्ड महाकाय  TIF gath; नत्सवितुर वरेण्प सूर्य कोटि उर्वारुकमिव भर्गो देवस्य धीमहि মসসসনিবিল ক্তত मृत्योर्मुक्षीय  यन्धनान धियोःयो नास मे देव, सर्वकार्येपु प्रचोदयातू মাসনান !! সনবা I1 ೫ aHT जी ६. श्री कृष्ण  ४. श्री हरि विष्णु  5 वसुदेवसुत देवं fawj मालम भगवान नमस्ते परम ब्ह्मा 3೦ कंसचाणूरमर्दनम्। TTTIITTTTHT: | नमस्ते परमाले पुण्डरी  काक्ष निर्गुणाय नमस्तुभ्य m a देवकी परमानन्द मङलाय तनो हरिः ।।  सद्याप नमो नमः। वन्दे जगद्ठुरुम।  कृष्ण ७श्री राम जी ९. माँ महालक्ष्मी  8. # दुर्गा श्री रामाय रामभद्राय  ७० सर्वाबाचा चिनिर्मुक्तो जयंती मंगला काली  ೪೦ रामचन्द्राय वेधसे । মুনানিন:  भद्रकाली कपालिनी | धन धान्य मनुष्यो मतासादेन  रपुनाथाय नाथाय दुर्गा क्षमा शिवा धात्री  भविष्यनि न संशयः २  सीताया पतये नमः ! स्वाहा स्वधा नमोडस्तुते LD. माँ सरस्वती 11. সাঁ সনাককালী  १२. श्री हनुमान जी ३० सरस्वति नमस्तुभ्य, ३० कीं क्रीं क्रीं॰ मनोजवं मारुतनुल्यवेग  वरदे कामरूपिणि। जितेन्द्रिय बुद्धिमता " हलीं हीं खं विह्यारम्भ करिप्यामि वरिष्ठ। वातात्मज स्फोटय, करीं क्रीं सिद्विर्भवतु मे सदा ।। वानरयूथमुच्य 55!! সীরসবুন থাতো এতশ Il {9|>[ @ರಚ್ತೇ १ गायत्री मंत्र २ महादेव ३. श्री गणेश ३० भूर्भुवः स्वः  ३० न्र्यम्यक यजामह  वक्रतुण्ड महाकाय  TIF gath; नत्सवितुर वरेण्प सूर्य कोटि उर्वारुकमिव भर्गो देवस्य धीमहि মসসসনিবিল ক্তত मृत्योर्मुक्षीय  यन्धनान धियोःयो नास मे देव, सर्वकार्येपु प्रचोदयातू মাসনান !! সনবা I1 ೫ aHT जी ६. श्री कृष्ण  ४. श्री हरि विष्णु  5 वसुदेवसुत देवं fawj मालम भगवान नमस्ते परम ब्ह्मा 3೦ कंसचाणूरमर्दनम्। TTTIITTTTHT: | नमस्ते परमाले पुण्डरी  काक्ष निर्गुणाय नमस्तुभ्य m a देवकी परमानन्द मङलाय तनो हरिः ।।  सद्याप नमो नमः। वन्दे जगद्ठुरुम।  कृष्ण ७श्री राम जी ९. माँ महालक्ष्मी  8. # दुर्गा श्री रामाय रामभद्राय  ७० सर्वाबाचा चिनिर्मुक्तो जयंती मंगला काली  ೪೦ रामचन्द्राय वेधसे । মুনানিন:  भद्रकाली कपालिनी | धन धान्य मनुष्यो मतासादेन  रपुनाथाय नाथाय दुर्गा क्षमा शिवा धात्री  भविष्यनि न संशयः २  सीताया पतये नमः ! स्वाहा स्वधा नमोडस्तुते LD. माँ सरस्वती 11. সাঁ সনাককালী  १२. श्री हनुमान जी ३० सरस्वति नमस्तुभ्य, ३० कीं क्रीं क्रीं॰ मनोजवं मारुतनुल्यवेग  वरदे कामरूपिणि। जितेन्द्रिय बुद्धिमता " हलीं हीं खं विह्यारम्भ करिप्यामि वरिष्ठ। वातात्मज स्फोटय, करीं क्रीं सिद्विर्भवतु मे सदा ।। वानरयूथमुच्य 55!! সীরসবুন থাতো এতশ Il - ShareChat

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