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#satnam waheguru
satnam waheguru - Hukmnama २8/९/२५ धन धनश्री गुरुरामदासजी अशु 755 1/' १९ सतिगुर प्रसादि रागु सूही महला ३ घरु १० दुनीआ न सालाहि जो मरि वंञसी II लोका न Il सालाहि जो मरि खाकु थीई II१ II फिर, अर्थः हे भाई! दुनिया की दुनिया खुशामदें ना करता लोगों की महिमा भी ना गाता फिर, নী নাংা ক্ী जाएगी। सृष्टि भी मर के मिट्टी हो जाएगी।१ ।  वाहु मेरे साहिबा वाहु II सदा सलाहीऐ सचा गुरमुखि वेपरवाहु II१ II रहाउ।। अर्थः हे मेरे मालिक! तू धन्य है! तू ही सराहनीय है! हे भाई! गुरु की शरण पड़ कर सदा उस परमात्मा की महिमा करनी चाहिए जो सदा कायम रहने वाला है, और जिस को किसी अधीनता नहीं है।१ | रहाउ। Hukmnama २8/९/२५ धन धनश्री गुरुरामदासजी अशु 755 1/' १९ सतिगुर प्रसादि रागु सूही महला ३ घरु १० दुनीआ न सालाहि जो मरि वंञसी II लोका न Il सालाहि जो मरि खाकु थीई II१ II फिर, अर्थः हे भाई! दुनिया की दुनिया खुशामदें ना करता लोगों की महिमा भी ना गाता फिर, নী নাংা ক্ী जाएगी। सृष्टि भी मर के मिट्टी हो जाएगी।१ ।  वाहु मेरे साहिबा वाहु II सदा सलाहीऐ सचा गुरमुखि वेपरवाहु II१ II रहाउ।। अर्थः हे मेरे मालिक! तू धन्य है! तू ही सराहनीय है! हे भाई! गुरु की शरण पड़ कर सदा उस परमात्मा की महिमा करनी चाहिए जो सदा कायम रहने वाला है, और जिस को किसी अधीनता नहीं है।१ | रहाउ। - ShareChat

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