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5 - काशी को दिव्य ्डाख कबीर परमात्मा ने काशी में केशव रूप धारण करके बंजारा का एक असाधारण कार्य किया। उन्होंने १८ साधु-संतों सहित जनसमुदाय लाख को तीन दिन का दिव्य भंडारा करवाया। यह किसी चमत्कार से कम न क्योंकि था, बिना पकाए ही मिठाईयों, लड्डू जलेबी व चंगेर सहित सभी पकवानों के ढेर लग रहे थे। के कड़ाहे भरे हुए थे, चावल, खीर और हलवे और हर कोई तृप्त होकर परमात्मा की महिमा TTT 7గT I यह कुबेर के समान असीमित भंडार था, जहाँ भोजन और दक्षिणा निरंतर वितरित हो रही थी। Sant Rampal Ji YOUTUB Free Book : Maharaj CHANNEL 7496801825 @SaintRampalJiMaharaj काशी को दिव्य ्डाख कबीर परमात्मा ने काशी में केशव रूप धारण करके बंजारा का एक असाधारण कार्य किया। उन्होंने १८ साधु-संतों सहित जनसमुदाय लाख को तीन दिन का दिव्य भंडारा करवाया। यह किसी चमत्कार से कम न क्योंकि था, बिना पकाए ही मिठाईयों, लड्डू जलेबी व चंगेर सहित सभी पकवानों के ढेर लग रहे थे। के कड़ाहे भरे हुए थे, चावल, खीर और हलवे और हर कोई तृप्त होकर परमात्मा की महिमा TTT 7గT I यह कुबेर के समान असीमित भंडार था, जहाँ भोजन और दक्षिणा निरंतर वितरित हो रही थी। Sant Rampal Ji YOUTUB Free Book : Maharaj CHANNEL 7496801825 @SaintRampalJiMaharaj - ShareChat

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