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मोदी के लिए देश और धर्म अंबानी और अडानी है - सरकारी आदेश पर LIC अदाणी में पैसा ने लगाया T आरोप निराधार अदाणी वाशिंगटन पोस्ट का ೦ कत वहीं , अदाणी समूह ने इन आरोपों को पूरी सनसनीखेज खुलासा 50% खारिज करते हुए कहा कि उनके सभी 6 आपूर्ति दिल्ली, एजेंसियां.  अमेरिकी अख़बार औ निवेश और लेनदेन पारदर्शी और वैध बेचना वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में यह दावा जबकि एलआईसी ने বানা   ক্িমা किया गया है कि भारत सरकार ने अदाणी নিনহা निर्णय स्वतंत्र 5 #థే  व्यावसायिक मूल्यांकन के आधार पर लिए समूह को अप्रत्यक्ष रूप से राहत देने के ক कोई लिए सरकारी संस्थाओं को भारी निवेश जाते हैं. रिपोर्ट प्रत्यक्ष भ्रष्टाचार का सबूत नहीं दिया, लेकिन  লিব  करने के यह सवाल इसने সহিলি ক্িমা নিলীয মনাস্সী सरकारी संस्थाओं ज़रूर उठाया कि क्या मता के विभाग ( डीएफएस ) एलआईसी ने ೯೯ # ತ್ತ್ತ್ का उपयोग   राजनीतिक क और মানতনিন্ধ   বতসিশী   ক্ষী अन्य कॉरपोरेट घरानों की रक्षा के लिए किया जा अदाणी समूह की कंपनियों में लगभग ३ ९ रहा है, जिससे पारदर्शिता और जनहित के I अरब डॉलर यानी करीब रु. ३२,३७० सिद्धांतों पर आंच आती है. লে करोड़ का निवेश बढ़ाने का प्रस्ताव दिया ল ব্ধপনিশী স নিনহা ক লন সনৌ হপয था. यह कदम उस समय उठाया गया जब ৭ 9, का नुकसान झेल इसके अदाणी समूह पर अमेरिका में धोखाधड़ी శ్రాగి बावजूद ওম দিং ম নিনহা ন্নে ৯ লিব और रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच प्रोत्साहित किया गया. विशेषज्ञों ने इस चल रही थी॰ इस निवेश का उद्देश्य कदम को " क्रोनी कैपिटलिज़्म " यानी बाजार में अदाणी समूह के प्रति यारी-्दोस्ती पूंजीवाद का उदाहरण विश्वास बनाए रखना था, ताकि बताया, जहां सार्वजनिक धन निवेशकों को संकेत मिले कि सरकार   के इस्तेमाल सरकार इस समूह पर भरोसा পা करीबी उद्योगपति के हित पहले Tr೯ एलआईसी में किया गया. की ನ ही अदाणी सरकारी आदेश पर LIC अदाणी में पैसा ने लगाया T आरोप निराधार अदाणी वाशिंगटन पोस्ट का ೦ कत वहीं , अदाणी समूह ने इन आरोपों को पूरी सनसनीखेज खुलासा 50% खारिज करते हुए कहा कि उनके सभी 6 आपूर्ति दिल्ली, एजेंसियां.  अमेरिकी अख़बार औ निवेश और लेनदेन पारदर्शी और वैध बेचना वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में यह दावा जबकि एलआईसी ने বানা   ক্িমা किया गया है कि भारत सरकार ने अदाणी নিনহা निर्णय स्वतंत्र 5 #థే  व्यावसायिक मूल्यांकन के आधार पर लिए समूह को अप्रत्यक्ष रूप से राहत देने के ক कोई लिए सरकारी संस्थाओं को भारी निवेश जाते हैं. रिपोर्ट प्रत्यक्ष भ्रष्टाचार का सबूत नहीं दिया, लेकिन  লিব  करने के यह सवाल इसने সহিলি ক্িমা নিলীয মনাস্সী सरकारी संस्थाओं ज़रूर उठाया कि क्या मता के विभाग ( डीएफएस ) एलआईसी ने ೯೯ # ತ್ತ್ತ್ का उपयोग   राजनीतिक क और মানতনিন্ধ   বতসিশী   ক্ষী अन्य कॉरपोरेट घरानों की रक्षा के लिए किया जा अदाणी समूह की कंपनियों में लगभग ३ ९ रहा है, जिससे पारदर्शिता और जनहित के I अरब डॉलर यानी करीब रु. ३२,३७० सिद्धांतों पर आंच आती है. লে करोड़ का निवेश बढ़ाने का प्रस्ताव दिया ল ব্ধপনিশী স নিনহা ক লন সনৌ হপয था. यह कदम उस समय उठाया गया जब ৭ 9, का नुकसान झेल इसके अदाणी समूह पर अमेरिका में धोखाधड़ी శ్రాగి बावजूद ওম দিং ম নিনহা ন্নে ৯ লিব और रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच प्रोत्साहित किया गया. विशेषज्ञों ने इस चल रही थी॰ इस निवेश का उद्देश्य कदम को " क्रोनी कैपिटलिज़्म " यानी बाजार में अदाणी समूह के प्रति यारी-्दोस्ती पूंजीवाद का उदाहरण विश्वास बनाए रखना था, ताकि बताया, जहां सार्वजनिक धन निवेशकों को संकेत मिले कि सरकार   के इस्तेमाल सरकार इस समूह पर भरोसा পা करीबी उद्योगपति के हित पहले Tr೯ एलआईसी में किया गया. की ನ ही अदाणी - ShareChat

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