#जयभीम नमो बुद्धाय जय संविधान साहब जीजब भी इंसाफ की राहें मुश्किल हो जाती हैं,
अंधेरों में उम्मीदें थोड़ी कम हो जाती हैं,
तब इतिहास की गलियों से एक आवाज़ आती है—
“शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो…”
और राहें फिर से रोशन हो जाती हैं।
उन्होंने कलम उठाई तो किस्मतें बदल डाली,
जहाँ बेड़ियाँ थीं, वहाँ स्वतंत्रता की लौ जला डाली,
जो समाज टूट रहा था, उसे जोड़कर
मानवता का सबसे मजबूत स्तंभ खड़ा कर डाला।
कौन कहता है कि महान लोग चले जाते हैं?
वो तो विचार बनकर हर दिल में बस जाते हैं—
हर किताब में, हर कानून में, हर सपने में,
हर उस बच्चे में, जो ऊँचा उड़ना चाहता है बिना डर के।
आज का दिन सिर्फ श्रद्धांजलि का नहीं,
संकल्प का भी दिन है—
कि हम उस मार्ग पर चलें
जहाँ समानता का सूरज कभी ढले नहीं,
और अधिकारों की रोशनी कभी कम न पड़े।
✨ बाबा साहेब, आपका परिनिर्वाण नहीं—
आपका विचार अमर है,
आपकी विरासत अमर है। ✨
🙏 विनम्र श्रद्धांजलि
जय भीम ✊💙
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