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ये सांसे अधूरी तुम्हारे बिना और , अधूरा है तुम बिन हमारा ये मन ! लौट के आओ निहारें ये अपलक , द्वार पर लगे दो प्रतीक्षित नयन..!! ये सांसे अधूरी तुम्हारे बिना... कठिन है ये प्रेम का व्याकरण , कर न पाते मिलन का कभी स्वयं "वरण" और ना आश कोई अंतस में बस चाहते हम एक-दूजे का 'उद्धरण' है आमंत्रण तुम्हें उड़ में बस जाइए , पूर्ण हो जाय अपने मिलन का सपन !! ये सांसे अधूरी तुम्हारे बिना... संग आप तो सुरमई शाम है ,, मेरे प्यारे हृदय को भी आराम है !! हर तरह रहे अब प्रेम संसार मे , सारा जीवन तो अब प्रेम के नाम है !! बन के बरसों जरा प्रेम की बादरी , तृप्त हो जाय अपनी विरह की अगन !! 💙💚💛🩷 #❤️Love You ज़िंदगी ❤️
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