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Tamil nadu - करूर भगदड़ः २७ हजार लोगों को संभाल रहे थे सिर्फ ५०० जवान आर. रामकुमार | कलर भगदड़ क्यों मची. .. विजय ने न हाथ हिलाया , न चीखें  सुनीं तमिलनाडु में अभिनेता से नेता बने विजय थलापथि की मुश्किल बढ़ गई है। करूर में उनकी सियासी रैली के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों का आंकड़ा रविवार को बढ़कर ४० आईसीयू में भर्ती हैं। ক্ী যমাI 51 মামল इसके लिए करूर पुलिस ने विजय के करीबी सहयोगी आनंद समेत तमिलनाडु एन वेत्री कझगम ( टीवीके ) पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं पर गै़र इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। आनंद पूर्म पुड्डचेरी के विधायक भी हैं औँर टीवीके भगटड़ नेऐसोे कई परिवार उजाड़ दिए। विजय के बाद नंबर 2 हैं। पुलिस के अनुसार, जब विजय ने भीड़ की इसके अलावा, पर्व ভমিম अरुणा ओर हाथ नहीं हिलाया और अपनी गाड़ी के जगदीशन की अध्यक्षता में बने जांच आयोग ने भी चश्मदीदों के बयान लेने शुरू कर दिए हैं। अंदर चले गए तो समर्थकों का एक बड़ा समूह उनके पीछे-पीछे दौड़ पडा, जिससे किनारों तमिलनाडु के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस. মনো ন্ ক্তুন্ত  डेविडसन ने बताया कि विजय की पार्टी टीवीके से अत्यधिक दबाव पडा। प्रोटोकॉल नहीं माना। पुलिस ने संभावित चश्मदीदों ने बताया है कि विजय बस पर खड़े ন মুষ্া ] खतरे को पहले ही भांप लिया था और आयोजकों थे, इसलिए लोग उन्हें करीब से देखना चाहते थे। इसके लिए कई लोग छतों , बिजली के को रैली किसी जगह करने को कहा था दूसरी खंभों पर चढ़ गए। विजय का ध्यान खींचने के माने। वहीं, कुछ चश्मदीदों ने # लेकिन वे लिए कुछ समर्थकों ने उनकी बस पर चप्पलें बताया कि पर २७ हजार से ज्यादा लोग [್ಶಗ थे, लेकिन उन्हें संभालने के लिए महज ५०० फेँकीं। एहतियातन विभाग को सप्लाई पुलिसकर्मी ही तैनात थे। एडीजीपी ने भी इस बंद करनी पड़ी। इससे वहां अंधेरा हो गया। इसी दौरान गर्मी और उमस में कुछ लोग बेहोश हुए संख्या की पुष्टि की है, हालाकि उन्होंने कहा है तो उन्हें निकालने के लिए एंबुलेंस भीड़ में आने कि ५०० पुलिसकर्मी भीड़ को संभालने के लिए तैयार थे। लेकिन, टीवीके के मिस मैनेजमेंट के लगीं। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और चलते अराजकता फैली। शेष पेज 9 पर विजय चीखों को नजरअंदाज कर भाग गए। करूर भगदड़ः २७ हजार लोगों को संभाल रहे थे सिर्फ ५०० जवान आर. रामकुमार | कलर भगदड़ क्यों मची. .. विजय ने न हाथ हिलाया , न चीखें  सुनीं तमिलनाडु में अभिनेता से नेता बने विजय थलापथि की मुश्किल बढ़ गई है। करूर में उनकी सियासी रैली के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों का आंकड़ा रविवार को बढ़कर ४० आईसीयू में भर्ती हैं। ক্ী যমাI 51 মামল इसके लिए करूर पुलिस ने विजय के करीबी सहयोगी आनंद समेत तमिलनाडु एन वेत्री कझगम ( टीवीके ) पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं पर गै़र इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। आनंद पूर्म पुड्डचेरी के विधायक भी हैं औँर टीवीके भगटड़ नेऐसोे कई परिवार उजाड़ दिए। विजय के बाद नंबर 2 हैं। पुलिस के अनुसार, जब विजय ने भीड़ की इसके अलावा, पर्व ভমিম अरुणा ओर हाथ नहीं हिलाया और अपनी गाड़ी के जगदीशन की अध्यक्षता में बने जांच आयोग ने भी चश्मदीदों के बयान लेने शुरू कर दिए हैं। अंदर चले गए तो समर्थकों का एक बड़ा समूह उनके पीछे-पीछे दौड़ पडा, जिससे किनारों तमिलनाडु के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस. মনো ন্ ক্তুন্ত  डेविडसन ने बताया कि विजय की पार्टी टीवीके से अत्यधिक दबाव पडा। प्रोटोकॉल नहीं माना। पुलिस ने संभावित चश्मदीदों ने बताया है कि विजय बस पर खड़े ন মুষ্া ] खतरे को पहले ही भांप लिया था और आयोजकों थे, इसलिए लोग उन्हें करीब से देखना चाहते थे। इसके लिए कई लोग छतों , बिजली के को रैली किसी जगह करने को कहा था दूसरी खंभों पर चढ़ गए। विजय का ध्यान खींचने के माने। वहीं, कुछ चश्मदीदों ने # लेकिन वे लिए कुछ समर्थकों ने उनकी बस पर चप्पलें बताया कि पर २७ हजार से ज्यादा लोग [್ಶಗ थे, लेकिन उन्हें संभालने के लिए महज ५०० फेँकीं। एहतियातन विभाग को सप्लाई पुलिसकर्मी ही तैनात थे। एडीजीपी ने भी इस बंद करनी पड़ी। इससे वहां अंधेरा हो गया। इसी दौरान गर्मी और उमस में कुछ लोग बेहोश हुए संख्या की पुष्टि की है, हालाकि उन्होंने कहा है तो उन्हें निकालने के लिए एंबुलेंस भीड़ में आने कि ५०० पुलिसकर्मी भीड़ को संभालने के लिए तैयार थे। लेकिन, टीवीके के मिस मैनेजमेंट के लगीं। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और चलते अराजकता फैली। शेष पेज 9 पर विजय चीखों को नजरअंदाज कर भाग गए। - ShareChat

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