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#📝कविता / शायरी/ चारोळी #🖋शेरो-शायरी #✍गुलजारांचे साहित्य
📝कविता / शायरी/ चारोळी - एक धोके से हिल जाती है,ज़मीन ऐतबार की साहिब जिंदगी तबाह करने के लिए भूकंप आए जरूरी नहीं..! ! एक धोके से हिल जाती है,ज़मीन ऐतबार की साहिब जिंदगी तबाह करने के लिए भूकंप आए जरूरी नहीं..! ! - ShareChat

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