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#सुविचार एवं अनमोल वचन
सुविचार एवं अनमोल वचन - हरि शरणं नाहं वसामि वैकुण्ठे योगिनां हृदये न च मद्भक्ता यत्र गायन्ति तत्र तिष्ठामि नारद लिए श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने के कोई पूर्ण ब्रह्म भगवान उपाय है तो वह है केवल भगवान का स्मरण व कीर्तन। भगवान स्वयं नारदजी से कहते हैं कि हे नारद मै तो तो केवल वहीं विराजता हूँ, जहां मेरे भक्त प्रेम से मेरा गुणगान करते हैं। अर्थात कलौ केशवकीर्त्तनात् - कलिकाल में भगवान केशव का कीर्तन ही भवसागर से पार होने का एकमात्र साधन है। हरि शरणं नाहं वसामि वैकुण्ठे योगिनां हृदये न च मद्भक्ता यत्र गायन्ति तत्र तिष्ठामि नारद लिए श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने के कोई पूर्ण ब्रह्म भगवान उपाय है तो वह है केवल भगवान का स्मरण व कीर्तन। भगवान स्वयं नारदजी से कहते हैं कि हे नारद मै तो तो केवल वहीं विराजता हूँ, जहां मेरे भक्त प्रेम से मेरा गुणगान करते हैं। अर्थात कलौ केशवकीर्त्तनात् - कलिकाल में भगवान केशव का कीर्तन ही भवसागर से पार होने का एकमात्र साधन है। - ShareChat

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