गरीब, पतिब्रता सो जानिये, जाके दिल नहिं और।
अपने पीव के चरण बिन, तीन लोक नहिं ठौर।।
भावार्थ:- पतिव्रता यानि एक ईष्ट का उपासक उसे जानो जिसके दिल में अन्य के प्रति श्रद्धा न हो। उसकी आत्मा यह माने कि मेरे परमेश्वर पति के चरणों के अतिरिक्त मेरा तीन लोक में ठिकाना नहीं हैं। #ईश्वर आस्था
