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#✍️ साहित्य एवं शायरी #💞Heart touching शायरी✍️ #👍स्पेशल शायरी🖋
✍️ साहित्य एवं शायरी - देखा तो है कई बार उसे और उसने भी मुझे बस यूं ही कभी रिश्तों का रस पक रहा है कलियों में शायद अभी पर एक ख़ुशबू सी परीशां है ख़यालों के अंजुमन से रूह की पहनाई तक और बंद हैं शब्दों के जुगनू एहसास की तिजोरी में ये जब कभी आज़ाद होंगे सपनों के महल आबाद होंगे सुयश साहू देखा तो है कई बार उसे और उसने भी मुझे बस यूं ही कभी रिश्तों का रस पक रहा है कलियों में शायद अभी पर एक ख़ुशबू सी परीशां है ख़यालों के अंजुमन से रूह की पहनाई तक और बंद हैं शब्दों के जुगनू एहसास की तिजोरी में ये जब कभी आज़ाद होंगे सपनों के महल आबाद होंगे सुयश साहू - ShareChat

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