ShareChat
click to see wallet page
#☝ मेरे विचार
☝ मेरे विचार - मेरेहलिए हरे दिन एक छैसा ढै होली हो दीपावली ही कोई भी व्योहार हो मेरे लि३ बेमतलब बैसा है निहीं होती मुझे ब्योहार प३ जिस व्योहार कोई खुशी इतना खुश होकर मनाते है अक्सर हिसी को हिम ब्योहारों मे बिहुत से घिरों मे मातम भी छ॒ जाता है किसीके घ३खे बपम भाई॰ बिहन पढि पन्नीb बचे दुनिया छोड जाते हैं जिब परिवार ही नहीं की मिनाते है लोग थही @ౌ किस खुशी ঝান बहन   मां बाप बच्चे से॰बोल चल निहीं भाई बहुत से॰घरो अलग फिर त्योहर किस अलग सब cpio ಖ4ಥ @3 @ Sunday   monday ٥٥ ٧ ٤3٥ s6d1 dun| day శెల్ి खन में कुछ भी पिसंद निहीं जो है चो रहा है भगवान मिल शुक्र है का शौक निहीं॰ मेरी जिंदगी फिरने घूमने 65] में सिर्फ सुकून   है॰मोह मायाे सबका థే अब त्याग दुनिया मेंेकिसी से बात निहीं करती कुछ करीबियों को छीिड़ कर मै सबसैे हिंस कर मिलती हूं कितनी भी परेशानी ही य मरने की हालत - में॰भी॰ हू तिबभी @కే कुछ् नहीं छैं ठीक हूँ  Beca a se Am यही $ t r ng Ve)D मेरेहलिए हरे दिन एक छैसा ढै होली हो दीपावली ही कोई भी व्योहार हो मेरे लि३ बेमतलब बैसा है निहीं होती मुझे ब्योहार प३ जिस व्योहार कोई खुशी इतना खुश होकर मनाते है अक्सर हिसी को हिम ब्योहारों मे बिहुत से घिरों मे मातम भी छ॒ जाता है किसीके घ३खे बपम भाई॰ बिहन पढि पन्नीb बचे दुनिया छोड जाते हैं जिब परिवार ही नहीं की मिनाते है लोग थही @ౌ किस खुशी ঝান बहन   मां बाप बच्चे से॰बोल चल निहीं भाई बहुत से॰घरो अलग फिर त्योहर किस अलग सब cpio ಖ4ಥ @3 @ Sunday   monday ٥٥ ٧ ٤3٥ s6d1 dun| day శెల్ి खन में कुछ भी पिसंद निहीं जो है चो रहा है भगवान मिल शुक्र है का शौक निहीं॰ मेरी जिंदगी फिरने घूमने 65] में सिर्फ सुकून   है॰मोह मायाे सबका థే अब त्याग दुनिया मेंेकिसी से बात निहीं करती कुछ करीबियों को छीिड़ कर मै सबसैे हिंस कर मिलती हूं कितनी भी परेशानी ही य मरने की हालत - में॰भी॰ हू तिबभी @కే कुछ् नहीं छैं ठीक हूँ  Beca a se Am यही $ t r ng Ve)D - ShareChat

More like this