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##janmast #janmashtami #Mere Ghar ki Janmashtami
#janmast - writer_adarsh फृष्ण टान्ठष्टॅठ जनस्य चिर्तं रतर्तं मर्न्द एरर्न्त  ९रख्तं। लसर्न्त पप्या बार्लँ मुळुर्न्दँ मनसा वेर्णुँ नितार्न्तँ मघु எீ स्मर्रम।। मृदु हास्य करनेवाले; तेज से चमकनेवाले , हमेशा लोगों का चित्त आकर्षित करनेवाले; अत्यंत मधुर बांसुरी बजानेवाले बालकृष्ण का मै मन से स्मरण करता हूँ  WRITER ADARSH WRITER ADARSH writer_adarsh फृष्ण टान्ठष्टॅठ जनस्य चिर्तं रतर्तं मर्न्द एरर्न्त  ९रख्तं। लसर्न्त पप्या बार्लँ मुळुर्न्दँ मनसा वेर्णुँ नितार्न्तँ मघु எீ स्मर्रम।। मृदु हास्य करनेवाले; तेज से चमकनेवाले , हमेशा लोगों का चित्त आकर्षित करनेवाले; अत्यंत मधुर बांसुरी बजानेवाले बालकृष्ण का मै मन से स्मरण करता हूँ  WRITER ADARSH WRITER ADARSH - ShareChat

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