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#✒️ કવિની કલમ #🎤 ગઝલની મહેફિલ 🎶 #💖 Dil Shayarana #દેખો જરા .એંગલ બદલ કે.
✒️ કવિની કલમ - सच से॰ जिससे भी यारी रखें 48 4, आप तो अपनी तक़रीर जारी रखें बात मन की कहें या वतन की कहें झूठ बोलें तो आवाज़़ भारी रखें इन दिनों आप मालिक हैं बाज़ार के जो भी चाहें वो क़ीमत हमारी रखें आपके पास चोरों की फ़ेहरिस्त है सब पे दस्त ए॰्करम बारी बारी रखें सैर के वास्ते और भी मुल्क हैं रोज़ तैयार अपनी सवारी रखें वो मुक़म्मल भी हो ये ज़रूरी नहीं योजनाएं मगर ढ़ेर सारी रखें राहत इंदौरी सच से॰ जिससे भी यारी रखें 48 4, आप तो अपनी तक़रीर जारी रखें बात मन की कहें या वतन की कहें झूठ बोलें तो आवाज़़ भारी रखें इन दिनों आप मालिक हैं बाज़ार के जो भी चाहें वो क़ीमत हमारी रखें आपके पास चोरों की फ़ेहरिस्त है सब पे दस्त ए॰्करम बारी बारी रखें सैर के वास्ते और भी मुल्क हैं रोज़ तैयार अपनी सवारी रखें वो मुक़म्मल भी हो ये ज़रूरी नहीं योजनाएं मगर ढ़ेर सारी रखें राहत इंदौरी - ShareChat

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