🌿भविष्य की चिंता ज़रूरी है...
क्योंकी बुढ़ापा हमारा अतीत नहीं... हमारा भविष्य हैं।
और दौर अपनों का नहीं... गैरों का है।
आजकल कोई किसी का नहीं !
® इसलिए अपने आज को... थोड़ा कल के लिए भी जमा करें।
** स्वरचित💯...अनसुने लम्हे🤞...By Rahul Saini🙂...
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