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##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - अबुज़र रज़ि अल्लाह अन्हु कहते है कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम के पास आया आप काबा के साये  में बैठे थे, आप ने मुझे आता देखा तो फ़रमाया : रब्बे काबा की क़सम ! क़यामत के दिन यही लोग खसारे ( घाटे ) में होँगे; मैं लने अपने जी में कहा : शायद कोई चीज़ मेरे बारे में नाज़िल की गई हो मैँने कहा : कौन लोग ? मेरे माँ बाप आप पर क़ुरबान   हों ? तो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु लोग जो बहुत माल वाले हैं सिवाए अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया : यही उन लोगों के जो ऐसा ऐसा करे आप ने अपने दोनों हाथ से लप भर कर अपने सामने और अपने दाएँ और अपने बाएँ तरफ़ इशारा   किया क़सम है उस ज़ात की जिसके हाथ में मेरी जान है जो फिर फ़रमाया भी आदमी ऊँट और गाय छोड़ कर मरा और उस ने उसकी ज़कात अदा नहीं की तो क़यामत के दिन वो उस से ज़्यादा भारी और मोटे हो आएँगे जितना वो थे और उसे अपनी खुरों से रौँदेंगे और अपनी कर सींगों से मारेंगे जब उन का आख़िरी जानवर भी गुज़र चुकेगा तो फिर पहला लौटा दिया जाएगा; यहाँ तक कि लोगों के बीच फ़ैसला कर दिया जाए। जाम ए तिर्मिज़ी ६१७ सहीह अबुज़र रज़ि अल्लाह अन्हु कहते है कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम के पास आया आप काबा के साये  में बैठे थे, आप ने मुझे आता देखा तो फ़रमाया : रब्बे काबा की क़सम ! क़यामत के दिन यही लोग खसारे ( घाटे ) में होँगे; मैं लने अपने जी में कहा : शायद कोई चीज़ मेरे बारे में नाज़िल की गई हो मैँने कहा : कौन लोग ? मेरे माँ बाप आप पर क़ुरबान   हों ? तो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु लोग जो बहुत माल वाले हैं सिवाए अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया : यही उन लोगों के जो ऐसा ऐसा करे आप ने अपने दोनों हाथ से लप भर कर अपने सामने और अपने दाएँ और अपने बाएँ तरफ़ इशारा   किया क़सम है उस ज़ात की जिसके हाथ में मेरी जान है जो फिर फ़रमाया भी आदमी ऊँट और गाय छोड़ कर मरा और उस ने उसकी ज़कात अदा नहीं की तो क़यामत के दिन वो उस से ज़्यादा भारी और मोटे हो आएँगे जितना वो थे और उसे अपनी खुरों से रौँदेंगे और अपनी कर सींगों से मारेंगे जब उन का आख़िरी जानवर भी गुज़र चुकेगा तो फिर पहला लौटा दिया जाएगा; यहाँ तक कि लोगों के बीच फ़ैसला कर दिया जाए। जाम ए तिर्मिज़ी ६१७ सहीह - ShareChat

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