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#✝️चर्च प्रेयर⛪️ #✝️बायबल कोट्स📝 #✝️येशू ख्रिस्त✝️ #✝️Jesus प्रेयर एडिट चॅलेंज #📙बायबल
✝️चर्च प्रेयर⛪️ - आज हम डर और चिंता पर अधिकार से घोषणा करें क्योंकि जीवन में कोई अधिकार नहीं है। यीशु के नाम में उनका हमारे १. आज मैं अपनी सारी चिंता, डर और परेशानियाँ प्रभु को सौंपता / सौंपती हूँ, क्योंकि मुझे पता है कि वह मुझसे प्यार करता है और मेरी देखभाल करता है। मैं प्रभु पर भरोसा करता/ करती हूँ जैसे वह मेरा अच्छा 21 चरवाहा है। मुझे विश्वास है कि वह मेरी हर ज़रूरत पूरी करेगा और सही रास्ता दिखाएगा| ३. मैं घोषणा करता/ करती हूँ कि मैं किसी भी बात को लेकर चिंता नहीं करूँगा/करूँगी। मैं डर और चिंता का बोझ उठाने से इनकार करता/ करती हूँ। मैं शैतान के झूठ को नहीं मानता/ मानती। मैं परमेश्वर के वचन पर भरोसा करता/ करती हूँ और 4. विश्वास से चलता/चलती हूँ। उसकी शांति मेरे मन और दिल की रक्षा करती है और वह मुझे रखता है। सुरक्षित ५. मैं परमेश्वर की शांति में चलना चाहता / चाहती हूँ, क्योंकि मैं उसकी सच्चाई को मानता/ मानती हूँ और उस पर भरोसा करता/ करती हूँ। वह मेरे मन को पूरी तरह से शांत रखता है। मैं प्रभु ; में मजबूत और निडर बनने का फैसला करता/ 6. करती हूँ। मैं डरूंगा/ डरूंगी नहीं , क्योंकि मैं जानता/ जानती हूँ कि मैं अकेला/ अकेली नहीं हूँ। वह हर जगह मेरे साथ है। वह मेरा परमेश्वर है और मेरा पिता है। R मैं यीशु के नाम में ये सब घोषणा करता/ करती हूँ। आमीन। आज हम डर और चिंता पर अधिकार से घोषणा करें क्योंकि जीवन में कोई अधिकार नहीं है। यीशु के नाम में उनका हमारे १. आज मैं अपनी सारी चिंता, डर और परेशानियाँ प्रभु को सौंपता / सौंपती हूँ, क्योंकि मुझे पता है कि वह मुझसे प्यार करता है और मेरी देखभाल करता है। मैं प्रभु पर भरोसा करता/ करती हूँ जैसे वह मेरा अच्छा 21 चरवाहा है। मुझे विश्वास है कि वह मेरी हर ज़रूरत पूरी करेगा और सही रास्ता दिखाएगा| ३. मैं घोषणा करता/ करती हूँ कि मैं किसी भी बात को लेकर चिंता नहीं करूँगा/करूँगी। मैं डर और चिंता का बोझ उठाने से इनकार करता/ करती हूँ। मैं शैतान के झूठ को नहीं मानता/ मानती। मैं परमेश्वर के वचन पर भरोसा करता/ करती हूँ और 4. विश्वास से चलता/चलती हूँ। उसकी शांति मेरे मन और दिल की रक्षा करती है और वह मुझे रखता है। सुरक्षित ५. मैं परमेश्वर की शांति में चलना चाहता / चाहती हूँ, क्योंकि मैं उसकी सच्चाई को मानता/ मानती हूँ और उस पर भरोसा करता/ करती हूँ। वह मेरे मन को पूरी तरह से शांत रखता है। मैं प्रभु ; में मजबूत और निडर बनने का फैसला करता/ 6. करती हूँ। मैं डरूंगा/ डरूंगी नहीं , क्योंकि मैं जानता/ जानती हूँ कि मैं अकेला/ अकेली नहीं हूँ। वह हर जगह मेरे साथ है। वह मेरा परमेश्वर है और मेरा पिता है। R मैं यीशु के नाम में ये सब घोषणा करता/ करती हूँ। आमीन। - ShareChat

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