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#✍️ साहित्य एवं शायरी #📓 हिंदी साहित्य
✍️ साहित्य एवं शायरी - ख़ुद के घाव HHaளRi संघर्ष से नहीं कतराती cuifa एक भावुक हृदय जितनी बार गया है छला రగగాా' कठोर बनता गया है।    { ख़ुद के घाव HHaளRi संघर्ष से नहीं कतराती cuifa एक भावुक हृदय जितनी बार गया है छला రగగాా' कठोर बनता गया है।    { - ShareChat

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