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#रामायण #रामायण
रामायण - अजब गजबः ऐसे एक पुरुष से पैदा हुए थे रामायण केदो महायोद्धा पुरुष से स्त्री बन गई थी इनकी माता ऋक्षराज नामक एक शक्तिशाली नर वानर था जो ऋष्यमूक पर्वत पर रहता था। अपने बल के अहंकार में वह खूब उ्दंडता किया करता था! एक दिन उदंडता करते हुए वह एक तालाब में कूद गया। ऋक्षराज को पॅता नहीं था कि उस तलाब को शाप है विकुल्तर्स्री किजो भी नर उसमें लगाएगा डुबकी ऋक्षराज जब तालाब से எரரி बन 4 बन चुके थे और अपने स्त्री रूप को देखकर असहज महसूँस कर रहे थे। ऋक्षराज अभी अपने रूप को लेकर्र उलझन में ही थे कि उस बीच देवराज इंद्र की नजर उन पर गई और वह पुरुष से स्त्री बनी ऋक्षराज के अनुपम सौंदर्य को देखकर कामाशक्त हो गए और इनके संबंध से एक बालक का जन्म मरहैसूर्हा  हॅँआी जोबसत्री कहलक्षरादेवको देख्रा की जब स्त्री बनी ऋक्षराज को देखा तो मोहित गए। ऋक्षराज के साथ इनके संबध से एक बालक जन्म हुआ जो सुंदर ग्रीवा वाला होने के कारण  করা सुग्रीव কচলামা| हनुमान जी जय अजब गजबः ऐसे एक पुरुष से पैदा हुए थे रामायण केदो महायोद्धा पुरुष से स्त्री बन गई थी इनकी माता ऋक्षराज नामक एक शक्तिशाली नर वानर था जो ऋष्यमूक पर्वत पर रहता था। अपने बल के अहंकार में वह खूब उ्दंडता किया करता था! एक दिन उदंडता करते हुए वह एक तालाब में कूद गया। ऋक्षराज को पॅता नहीं था कि उस तलाब को शाप है विकुल्तर्स्री किजो भी नर उसमें लगाएगा डुबकी ऋक्षराज जब तालाब से எரரி बन 4 बन चुके थे और अपने स्त्री रूप को देखकर असहज महसूँस कर रहे थे। ऋक्षराज अभी अपने रूप को लेकर्र उलझन में ही थे कि उस बीच देवराज इंद्र की नजर उन पर गई और वह पुरुष से स्त्री बनी ऋक्षराज के अनुपम सौंदर्य को देखकर कामाशक्त हो गए और इनके संबंध से एक बालक का जन्म मरहैसूर्हा  हॅँआी जोबसत्री कहलक्षरादेवको देख्रा की जब स्त्री बनी ऋक्षराज को देखा तो मोहित गए। ऋक्षराज के साथ इनके संबध से एक बालक जन्म हुआ जो सुंदर ग्रीवा वाला होने के कारण  করা सुग्रीव কচলামা| हनुमान जी जय - ShareChat

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