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#🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ #✍️ अनसुनी शायरी #☝ मेरे विचार
🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ - हम तो सुनते थे कि मिल जाते हैं बिछड़े हुए लोग ]7020 Arnc तू जो बिछड़ा है तो क्या वक़्त ने गर्दिश नहीं की Mushaiion Ki Dunia अंवरीन हसीब अंबर हम तो सुनते थे कि मिल जाते हैं बिछड़े हुए लोग ]7020 Arnc तू जो बिछड़ा है तो क्या वक़्त ने गर्दिश नहीं की Mushaiion Ki Dunia अंवरीन हसीब अंबर - ShareChat

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