महिमा तुम्हारी अपार है,
तुम भी जगत पालन करता रूप तुम्हारा विराट है,
जिसने समझी तुम्हारी काया,
वह छोड़ दे जगत की सारी मोह माया,
गुणगान करते गाए जाते तुम्हारे,
सहस्त्र नाम की जपे तुम्हारी माला,
दिखा दो वही तुम्हारी प्रकट लीला,
रूप प्रकट हो जाये वही तुम्हारा,
जो भी शरण चरण आए तुम्हारे,
बेड़ा पार हो जाए उन सबका,
भक्तो को हो जाए कृपादृष्टि तुम्हारी,
भक्ति, भाव, श्रद्धा से स्वीकार कर लो सेवा हमारी,
पूजा करते गाते है गुणगान तुम्हारा,
जय हो जगत पालन करता श्री महाविष्णु जय हो तुम्हारी,
लिखे जो शब्द भक्ति से तुम्हे जो,
चरणों में अर्पित करते है भक्ति भाव से तुम्हारे,
स्वीकार कर लो इस भक्त की भी गाथा,
जिसे भू लोकपर जन्म लेकर स्नेहल नाम से लोग जाने पहचाने,
जय हो श्री महाविष्णु तुम्हारी भी सदा जय हो....
**स्नेहल मोहित**
(पत्रकार, लेखक,कवी,शायर सामाजिक कार्यकर्ता) #✡️सितारों की चाल🌠 #💞Heart touching शायरी✍️ #🙏कर्म क्या है❓
