ShareChat
click to see wallet page
#wakt
wakt - वक़्त जब वक़्त बदलता है, तो सब कुछ बदल कर रख देता है। जिन कपड़ों पर अंग्रेज़ों को अभिमान था, आज वही कपड़े बैंड-बाजे वाले पहनते हैं। में राजाओं और बादशाहों की हुंकार गूंजा करती थी, जिन महलों जहाँ रानियों और बेगमों की हँसी की आवाज़ें भरती थीं, अब वहाँ चमगादड़ बसेरा करते हैं। जिन हवेलियों में कॅभी भीड़ हुआ करती थी, आज वे सूनी पड़ी हैं इंसानों को तरसती हैं। और बावड़ियाँ कुएँ जो लोगों की प्यास बुझाकर खुद को अमृत-सागर समझती थीं विलुप्त हो गई हैं । अब वे कूड़े-कचरे भरकर वक़्त किसी को नहीं छोड़ता, बह सबका हिसाब करता है बस वक़्त को थोड़ा वक़्त लगता है। और जैसा श्रीकृष्ण जी ने कहा था g जा, फल की चिंता मत कर "कर्म क्योंकि वक़्त सबका न्याय खुद करता है। वक़्त जब वक़्त बदलता है, तो सब कुछ बदल कर रख देता है। जिन कपड़ों पर अंग्रेज़ों को अभिमान था, आज वही कपड़े बैंड-बाजे वाले पहनते हैं। में राजाओं और बादशाहों की हुंकार गूंजा करती थी, जिन महलों जहाँ रानियों और बेगमों की हँसी की आवाज़ें भरती थीं, अब वहाँ चमगादड़ बसेरा करते हैं। जिन हवेलियों में कॅभी भीड़ हुआ करती थी, आज वे सूनी पड़ी हैं इंसानों को तरसती हैं। और बावड़ियाँ कुएँ जो लोगों की प्यास बुझाकर खुद को अमृत-सागर समझती थीं विलुप्त हो गई हैं । अब वे कूड़े-कचरे भरकर वक़्त किसी को नहीं छोड़ता, बह सबका हिसाब करता है बस वक़्त को थोड़ा वक़्त लगता है। और जैसा श्रीकृष्ण जी ने कहा था g जा, फल की चिंता मत कर "कर्म क्योंकि वक़्त सबका न्याय खुद करता है। - ShareChat

More like this