#bharmakumaris om shanti *आज की मुरली से स्वमान, अभ्यास: 15/8/25*
👸 *स्वमान*👸
👑 *मैं सबकी विशेषता देखने वाली विशेष आत्मा हूँ*
👸 *अभ्यास*👸
1️⃣ *हर एक की विशेषता को देखते जाओ तो विशेष आत्मा बन जायेंगे।* तो आज जो भी मिले उसकी विशेषता को देखते रहे। सबकी विशेषता को देखते-देखते हम भी विशेष बन जाएंगे
2️⃣ *इतनी छोटी सी आत्मा है इतने बड़े शरीर में। आत्मा में 84 जन्मों का पार्ट नूँधा हुआ है। सवेरे उठकर यह ख्याल करना चाहिए। बच्चों को स्मृति आई है आत्मा कितनी छोटी है, उनको अविनाशी पार्ट मिला हुआ है। मैं आत्मा कितनी वन्डरफुल हूँ* तो वंडरफुल आत्मा के वंडरफुल पार्ट का चिंतन करते रहे
3️⃣ *सबसे बड़ी बीमारी है चिंता, इसकी दवाई डाक्टर्स के पास भी नहीं है। चिंता वाले जितना ही प्राप्ति के पीछे दौड़ते हैं उतना प्राप्ति आगे दौड़ लगाती है इसलिए निश्चय के पांव सदा अचल रहें। सदा एक बल एक भरोसा - यह पांव अचल है तो विजय निश्चित है। निश्चित विजयी सदा ही निश्चिंत हैं* तो सारा दिन चेक करें कि मैं आत्मा बोझ का अनुभव कर रही हूं तो इसका मतलब बाबा में, उसके साथ में, ज्ञान में निश्चय की कमी है क्योंकि निश्चय बुद्धि आत्मा निश्चिंत रहती है
