ShareChat
click to see wallet page
#❤️जीवन की सीख #🌸 सत्य वचन
❤️जीवन की सीख - कल एक झलक ज़िंदगी को देखा, वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी, फिर ढूँढा उसे इधर उधर वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी, एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार, वो सहला के मुझे सुला रही थी हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक 4 दूसरे  मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी॰ মন পুন্ত  लिया- क्यों इतना दर्द दिया कमबख़्त तूने, वो हँसी और बोली - मैं ज़िंदगी हूँ पगले तुझे जीना सिखा रही थी। कल एक झलक ज़िंदगी को देखा, वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी, फिर ढूँढा उसे इधर उधर वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी, एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार, वो सहला के मुझे सुला रही थी हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक 4 दूसरे  मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी॰ মন পুন্ত  लिया- क्यों इतना दर्द दिया कमबख़्त तूने, वो हँसी और बोली - मैं ज़िंदगी हूँ पगले तुझे जीना सिखा रही थी। - ShareChat

More like this