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🕉️ #🙏 राम राम जी 🙏 #❤️मीठी बोली #❣️मीठी बोली ❣️ # 🙏सुविचार 🙏#
🙏 राम राम जी 🙏 - राम राम जी जहां लगि सब संसार है, मिरग सबन की मोह सुर, नर, नाग, पताल अरु, ऋषि सबजोहा मुनिवर अर्थ- जहाँ तक संसार है यह मृगतृष्णा रुपी मोह सबको ग्रसित कर लिया है। मनुष्य पाताल नाग और ऋषि ्मुनि देवता 7 इसके प्रभाव में फॅस गये हैं। सब राम राम जी जहां लगि सब संसार है, मिरग सबन की मोह सुर, नर, नाग, पताल अरु, ऋषि सबजोहा मुनिवर अर्थ- जहाँ तक संसार है यह मृगतृष्णा रुपी मोह सबको ग्रसित कर लिया है। मनुष्य पाताल नाग और ऋषि ्मुनि देवता 7 इसके प्रभाव में फॅस गये हैं। सब - ShareChat