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#🤲अल्लाह हु अक़बर #मां-बाप की दुआएं #🕋इस्लामिक दुआ 🤲 #🕌दरगाह #💑डेस्टिनेशन वेडिंग
🤲अल्लाह हु अक़बर - जुम्मे की सच्चाई! जुम्मा वो दिन है जब आसमान के লিৎ दरवाज़े रहमत के जाते हैं! खुलते  फ़रिश्ते मस्जिदों के दरवाज़े पर खड़े होकर पर उसे इंसान का नाम लिखते ! नमाज़ के लिए आता है! जो इंसान दिल से तौबा करता है उसके गुना ऐसे गिरते हैं जैसे पेड़ से सूखे पत्ते 84 जुम्मा सिर्फ़ इबादत का दिन नहीं हैः- यह रूह की सफ़ाई और 3374 का वक्त है! क़बूलियत क्योंकि अल्लाह ताला फ़रमाते हैं! का दिन मेरी रहमत का दिन है! # जुम्मे की सच्चाई! जुम्मा वो दिन है जब आसमान के লিৎ दरवाज़े रहमत के जाते हैं! खुलते  फ़रिश्ते मस्जिदों के दरवाज़े पर खड़े होकर पर उसे इंसान का नाम लिखते ! नमाज़ के लिए आता है! जो इंसान दिल से तौबा करता है उसके गुना ऐसे गिरते हैं जैसे पेड़ से सूखे पत्ते 84 जुम्मा सिर्फ़ इबादत का दिन नहीं हैः- यह रूह की सफ़ाई और 3374 का वक्त है! क़बूलियत क्योंकि अल्लाह ताला फ़रमाते हैं! का दिन मेरी रहमत का दिन है! # - ShareChat