क्या भगवान की मूर्ति खरीदते समय मोल-भाव करना और तुलना करना अपराध है? जानिए प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा
Price Negotiation for Lord’s Idol Right or Wrong: भगवान की मूर्ति या विग्रह की स्थापना हर भक्त के लिए एक बहुत ही पवित्र और भावनात्मक क्षण होता है। जब हम ठाकुर जी या शिव विग्रह घर लाने की सोचते हैं, तो मन में कई सवाल उठते हैं—क्या उनकी सुंदरता की तुलना करना उचित है? क्या मूल्य पर मोल-भाव करना अपराध है? इसी सवाल का उत्तर वृंदावन के प्रसिद्ध संत राधारानी के परम भक्त प्रेमानंद जी महाराज ने अपने सत्संग में दिया।