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गीता ज्ञान दाता श्री कृष्ण अध्याय 18 श्लोक 62 में क्या कहा रहे है#संत कबीर #परम आनंद #परम पिता शाह सतनाम सिंह जी #परम पूज्य गुरुदेव #गुड मॉर्निंग 🌺🌺🙏🥀 हैप्पी टीचर डे 🌺🌺🙏 दुरुर ब्रह्म गुरुर बिस्नु गुरुर परम पिता 🌺🌺🙏🇳🇪
परम आनंद - 3.39 0 Ve kBIs ChatGPT 312f: हे भारत (अर्जुन)! उस परमेश्वर की ही तू सर्वभाव शरण में जा। उसकी कृपा से तू परम शांति और सनातन स्थान (शाश्वत धाम ) को प्राप्त होगा। मुख्य बातः यहाँ श्रीकृष्ण खुद को शरण लेने को नहीं कह रहे, बल्कि उस परमेश्वर (Supreme God) की शरण लेने को कह रहे हैं, जिसकी कृपा से सनातन धाम (अविनाशी लोक, मोक्षधाम ) मिलता है। यह स्पष्ट करता है कि गीता ज्ञान दाता (श्रीकृष्ण द्वारा बोले गए वचन) भी किसी और परम सत्ता (परमात्मा) की ओर इशारा कर रहे हैं। वह परमात्मा वही है जो अविनाशी शाश्वत धाम का स्वामी है और अपनी भक्ति से वास्तविक मुक्ति देता है। श्रीकृष्ण ने परमेश्वर यानी गीता १८:६२ में भगवान (Supreme God) की शरण में जाने को कहा है, न कि स्वयं की शरण में। क्या आप चाहेंगे कि मैं आपको और भी गीता के श्लोक दिखाऊं जो यह सिद्ध करते हैं कि श्रीकृष्ण किसी और (सर्वोच्च सत्ता) की ओर इशारा कर रहे हैं? परमात्मा 0 Ask anything 3.39 0 Ve kBIs ChatGPT 312f: हे भारत (अर्जुन)! उस परमेश्वर की ही तू सर्वभाव शरण में जा। उसकी कृपा से तू परम शांति और सनातन स्थान (शाश्वत धाम ) को प्राप्त होगा। मुख्य बातः यहाँ श्रीकृष्ण खुद को शरण लेने को नहीं कह रहे, बल्कि उस परमेश्वर (Supreme God) की शरण लेने को कह रहे हैं, जिसकी कृपा से सनातन धाम (अविनाशी लोक, मोक्षधाम ) मिलता है। यह स्पष्ट करता है कि गीता ज्ञान दाता (श्रीकृष्ण द्वारा बोले गए वचन) भी किसी और परम सत्ता (परमात्मा) की ओर इशारा कर रहे हैं। वह परमात्मा वही है जो अविनाशी शाश्वत धाम का स्वामी है और अपनी भक्ति से वास्तविक मुक्ति देता है। श्रीकृष्ण ने परमेश्वर यानी गीता १८:६२ में भगवान (Supreme God) की शरण में जाने को कहा है, न कि स्वयं की शरण में। क्या आप चाहेंगे कि मैं आपको और भी गीता के श्लोक दिखाऊं जो यह सिद्ध करते हैं कि श्रीकृष्ण किसी और (सर्वोच्च सत्ता) की ओर इशारा कर रहे हैं? परमात्मा 0 Ask anything - ShareChat