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#✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 #💞Heart touching शायरी✍️ #🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ #👍स्पेशल शायरी🖋 ##️⃣DilShayarana💘 @🎀Sameer love Sara 💗😘
✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 - बचपन में जहाँ चाहा हंस चाहा रो लेते लेते थे, जहाँ थे... | पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए और आँसुओं को IS...1 Quu बचपन में जहाँ चाहा हंस चाहा रो लेते लेते थे, जहाँ थे... | पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए और आँसुओं को IS...1 Quu - ShareChat