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#moral story # responsibility of father #moral Part - 2
moral - एक दिन... गाँव का मुनीम जमीदार के पास पहुँचा और बोला - "जमीदार साहब, आप अब इकतालीस वर्ष के हो चुके हैं। आपको अपनी पत्नी के साथ तीर्थऱ्यात्रा पर चले जाना चाहिए। और आपका बेटा श्याम अब बीस साल का हो गया है। अब उसे जिम्मेदारी उठानी चाहिए और आत्मनिर्भर बनना चाहिए।" जमीदार को बात सही लगी। एक दिन... गाँव का मुनीम जमीदार के पास पहुँचा और बोला - "जमीदार साहब, आप अब इकतालीस वर्ष के हो चुके हैं। आपको अपनी पत्नी के साथ तीर्थऱ्यात्रा पर चले जाना चाहिए। और आपका बेटा श्याम अब बीस साल का हो गया है। अब उसे जिम्मेदारी उठानी चाहिए और आत्मनिर्भर बनना चाहिए।" जमीदार को बात सही लगी। - ShareChat