🤛🏽💥 रवाफ़िज़ को इसके ज़रिए ग़ैज़-ओ-ग़ज़्ब दिलाओ 💥🤜🏽
✍ अली बिन अबी तालिब रज़ियल्लाहु अन्हु ने फ़रमाया:
लोगों ने पूछा: सबसे बहादुर आदमी कौन है?
उन्होंने कहा: तुम (मुझे) कहते हो।
तो अली रज़ियल्लाहु अन्हु ने फ़रमाया:
अगरचे मुझसे किसी ने मुक़ाबला किया तो मैंने भी उसका पूरा बदला लिया,
मगर (असली बहादुर) अबू बक्र हैं।
मैंने देखा कि रसूलुल्लाह ﷺ को क़ुरैश ने पकड़ लिया,
ये उसे धक्का देता, वो उसे मारता, और वो लोग कहते:
"क्या तू हमारे माबूदों को एक माबूद बना देता है?"
तो अल्लाह की क़सम! हम में से कोई उनके क़रीब न जाता सिवाय अबू बक्र के।
वो कभी उसे मारते तो वो (अबू बक्र) उसे धकेल देते,
कभी उसे धमकाते तो वो उन्हें रोकते और कहते:
{ أَتَقْتُلُونَ رَجُلًا أَنْ يَقُولَ رَبِّيَ اللَّهُ }
"क्या तुम एक आदमी को इस बात पर क़त्ल करते हो कि वो कहे मेरा रब अल्लाह है?"
फिर अली बिन अबी तालिब रो पड़े और फ़रमाया:
मैं तुम्हें अल्लाह का वास्ता देता हूँ, क्या आले-फ़िरऔन का मोमिन बेहतर है या अबू बक्र?
क़ौम ख़ामोश हो गई…
तो अली ने फरमाया:
अल्लाह की क़सम! अबू बक्र का एक लम्हा भी उससे बेहतर है।
वो (आले-फ़िरऔन का मोमिन) अपना ईमान छुपाता था,
और ये (अबू बक्र) अपना ईमान ज़ाहिर करते थे।
📚 फ़त्ह अल-बारी लि-इब्न हजर (7/170) #☝ایمان❤ #🕌توبہ و استغفار 🤲 #🪐نجومی علم⭐ #⚔️ خلافت عثمانیہ #📓اسلامی صحیفے 🕋


