#🙏ଜୟ ଶ୍ରୀ କ୍ରୀଷ୍ଣ🙏 #📀 ଭଜନ ଧମାକା🎶 #🙏ପ୍ରାର୍ଥନା🎶 #jay sree radha Krishna 🙏🚩🚩 अध्याय 6, श्लोक 19🌹⚘️)*
*🌺🌸यथा दीपो निवातस्थो नेंगते सोपमा स्मृता ।*
*योगिनो यतचित्तस्य युञ्जतो योगमात्मनः ॥🌺🌸*
*💮🌻रहती अचल ज्यों दीप लौ वायु रहित स्थान में।*
*त्यों चित विजेता के सदृश है ध्यान रत मतिमान में।।💮🌻*
*🌷💐जिस प्रकार वायुरहित स्थान में स्थित दीपक चलायमान नहीं होता, वैसी ही उपमा परमात्मा के ध्यान में लगे हुए योगी के जीते हुए चित्त की कही गई है॥19॥🌷💐*
*🌸🏵As a lamp placed in a windless spot does not flicker—to such is compared the Yogi of controlled mind, practising Yoga in the Self (or absorbed in the Yoga of the Self).🌸🏵*
*🙏🌹🍁🌺🌻💮🏵🌷🌸⚘️💐जय श्रीकृष्ण🙏🌴🌲🌱🍃☘🍀🌿🌳*


