राम — एक नाम जो धर्म, संस्कृति और आज के सार्वजनिक जीवन को जोड़ता है; हिन्दू परंपरा में राम को विष्णु के अवतार के रूप में देखा जाता है और उनकी जन्म-उत्सव राम नवमी पूरे भारत में मनाया जाता है, जिससे उनकी नैतिकता और राज्यशास्त्र की कहानियाँ आज भी प्रेरणा देती हैं। मंदिर के समकालीन प्रभाव की बात करें तो अयोध्या के राम मंदिर का विशालतः निर्माण और 22 जनवरी 2024 की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर ने पहले 12 दिनों में लगभग 2.4 मिलियन भक्तों का स्वागत किया — यह सिर्फ आध्यात्मिक उत्सव नहीं, बल्कि तीर्थाटन-आधारित आर्थिक और शहरी रूपांतरण का भी संकेत है (यातायात, आवास, पर्यटन बूम)। वैज्ञानिक-तर्क यह बताता है कि ऐसे बड़े धार्मिक केन्द्र स्थानीय अर्थव्यवस्था, इन्फ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक-प्रचार नेटवर्क पर तीव्र प्रभाव डालते हैं: भीड़ प्रबंधन, पर्यावरणीय दबाव और सांस्कृतिक पर्यटन के फायदे-नुकसान सभी योजनाबद्ध नीतियों की मांग करते हैं। 🙏📈 एक विचारोत्तेजक पंक्ति: “जहाँ पूजा से जुड़ी ऊर्जा समाज-हित में निवेश हो, वहीं धर्म का वास्तविक समृद्धि-रूप प्रकट होता है” — यह न केवल श्रद्धा का उत्सव है बल्कि सामूहिक व्यवहार और नीतिगत निर्णयों का एक जीवंत प्रयोग भी है। 🌿✨ #राम #अयोध्या #राममंदिर @£RAM£ @ashu ram @ram Tembhurne @sharwan Ram @Sri ram #धन्यवाद #ramji lodhi #@Ramji kushwaha #राम जी #Ramji


