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#love #prem se thoughts #radhe na dil ni vat
love - "ऐसे लोग हमारी जिंदगी में क्यों आते हैं जो हमारे नहीं हो सकते?" , राधा ने पूछा.. कृष्णः "नियति की वजह से।" राधाः "कैसे, माधव?" कृष्ण ( नज़रे यमुना की ओर करते हुए): "यमुना के तट को देखो। इसका किनारा और ये बहती लहरें। ये दोनों अलग हैं, नियति ने इन्हें एक साथ लाया। दोनों ने समय बिताया, पर एकनदूसरे की आदतों को समझा , अपनाया, और प्रेम में डूब गए।ये जानते हुवे कि वे कभी पूरी तरह एक नहीं हो सकते।" राधाः "माधव , जब इनका प्रेम सच्चा है॰ तब भी ये दोनों एक क्यों नहीं हो सकते?" कृष्णः "नियति की वजह से ही, राधे।" राधाः "कैसे , कन्हैया?" ने कुछ ' कृष्णः "क्योकि, नियति ऐसा लिखा है कि. किनारा चल नहीं सकता और लहरें थम नहीं सकतीं ।" SASTA RADIO "ऐसे लोग हमारी जिंदगी में क्यों आते हैं जो हमारे नहीं हो सकते?" , राधा ने पूछा.. कृष्णः "नियति की वजह से।" राधाः "कैसे, माधव?" कृष्ण ( नज़रे यमुना की ओर करते हुए): "यमुना के तट को देखो। इसका किनारा और ये बहती लहरें। ये दोनों अलग हैं, नियति ने इन्हें एक साथ लाया। दोनों ने समय बिताया, पर एकनदूसरे की आदतों को समझा , अपनाया, और प्रेम में डूब गए।ये जानते हुवे कि वे कभी पूरी तरह एक नहीं हो सकते।" राधाः "माधव , जब इनका प्रेम सच्चा है॰ तब भी ये दोनों एक क्यों नहीं हो सकते?" कृष्णः "नियति की वजह से ही, राधे।" राधाः "कैसे , कन्हैया?" ने कुछ ' कृष्णः "क्योकि, नियति ऐसा लिखा है कि. किनारा चल नहीं सकता और लहरें थम नहीं सकतीं ।" SASTA RADIO - ShareChat