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#jay shri krishna #🙏श्री राम भजन #🙏 श्री राम #🕉 ओम नमः शिवाय 🔱 #🙏 जय हनुमान
jay shri krishna - 3 *गाय ने केला देखकर मुँह मोड़ लिया. . महिला ने गाय के सामने जाकर फिर उसके मुँह मे केला देना चाहा लेकिन गाय ने केला नहीं खाया, परमहिला केला खिलाने के लिये पीछे ही पड़ी थी।* *जब महिला नहीं मानी तो गाय सींग मारने को हुई। महिला डरकर बिना केला खिलाये चली गयी।* *्महिला केजाने के बाद पास खडे साँड ने पूछा " वह इतने 'प्यार से' केला खिला रही थी आपने केला क्यूं नहीं खाया और उसे डराकर भगा भी दिया।"* *्गाय बोली "प्यार नहीं मजबूरी। आज एकादशी है महिला मुझे केला खिलाकर पुण्य कमाना है। चाहती वैसे यह मुझे कभी नहीं ' गलती से उसके पूछती जाखी रैँती ; मकान के आगे चली डंडा लेकर मारने को दौड़ती है।"प्रेम से सूखी भी मिल जाये, तो अमृत तुल्य है।* *जो केवल अपना भला चाहता है॰ वह है॰ दुर्योधन जो अपनों का भला चाहता हे वह युधिष्ठिर है और जो सबका भला चाहता है वह श्रीकृष्ण है।* *अर्थात कर्म के साथ साथ भावनाएँ भी महत्व {e 7ri೯l* ్ 3 *गाय ने केला देखकर मुँह मोड़ लिया. . महिला ने गाय के सामने जाकर फिर उसके मुँह मे केला देना चाहा लेकिन गाय ने केला नहीं खाया, परमहिला केला खिलाने के लिये पीछे ही पड़ी थी।* *जब महिला नहीं मानी तो गाय सींग मारने को हुई। महिला डरकर बिना केला खिलाये चली गयी।* *्महिला केजाने के बाद पास खडे साँड ने पूछा " वह इतने 'प्यार से' केला खिला रही थी आपने केला क्यूं नहीं खाया और उसे डराकर भगा भी दिया।"* *्गाय बोली "प्यार नहीं मजबूरी। आज एकादशी है महिला मुझे केला खिलाकर पुण्य कमाना है। चाहती वैसे यह मुझे कभी नहीं ' गलती से उसके पूछती जाखी रैँती ; मकान के आगे चली डंडा लेकर मारने को दौड़ती है।"प्रेम से सूखी भी मिल जाये, तो अमृत तुल्य है।* *जो केवल अपना भला चाहता है॰ वह है॰ दुर्योधन जो अपनों का भला चाहता हे वह युधिष्ठिर है और जो सबका भला चाहता है वह श्रीकृष्ण है।* *अर्थात कर्म के साथ साथ भावनाएँ भी महत्व {e 7ri೯l* ్ - ShareChat