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#beautiful poetry by kumar visvas👌👌 good thoughts
beautiful poetry by kumar visvas👌👌 - 0   MORNNG नज़र अक्सर शिकायत आजकल करती है दर्पण से, थकन भी चुटकियाँ लेने लगी है तन से और मन से, कहाँ तक हम संभाले उम्र का हर रोज़ गिरता घर अपनी याद का मलबा हटाओ दिल के आँगन से..! 0   MORNNG नज़र अक्सर शिकायत आजकल करती है दर्पण से, थकन भी चुटकियाँ लेने लगी है तन से और मन से, कहाँ तक हम संभाले उम्र का हर रोज़ गिरता घर अपनी याद का मलबा हटाओ दिल के आँगन से..! - ShareChat